महकता सावन अब आ ही गया
अब तो शरम का परदा हटाओ सनम।
दिन आ ही गये हैं बहारों के जब
अब तो खुलकर मुस्कुराओ सनम।
याद आएँ जो मेरी वो यादें हँसी
तो प्यार का एक गीत गुनगुनाओ सनम।
पास आके हुआ तेरे बेचैन मैं
अब यूँ ही चुप सी ना लगाओ सनम।
"राना" मर जाएगा अब तेरी याद में
वादा अपना यूँ ही ना तोड़ जाओ सनम।
अब तो शरम का परदा हटाओ सनम।
दिन आ ही गये हैं बहारों के जब
अब तो खुलकर मुस्कुराओ सनम।
याद आएँ जो मेरी वो यादें हँसी
तो प्यार का एक गीत गुनगुनाओ सनम।
पास आके हुआ तेरे बेचैन मैं
अब यूँ ही चुप सी ना लगाओ सनम।
"राना" मर जाएगा अब तेरी याद में
वादा अपना यूँ ही ना तोड़ जाओ सनम।
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