"टूटा मन"

होता बहुत दुखी है इस प्यार के चमन में
इंसान का जब यारों विश्वास टूटता है I


देखे जो गम किसी का वो अपनी निगाहों से
उस पल वहां ठहर कर कई बार सोचता है।


ये गम की आँधियाँ क्यों रुलाती हैं किसी को
आखिर सबब ये क्या है खुद से वो पूछता है।


दुनियां में ये अपने पराये हैं किसलिए
होकर अधीर वो ज़िंदगी की मज़िल ढूंढता है।


आएगा एक सवेरा सबकी ख़ुशी को लेकर
इस आस को लिए वह बस सपने संजोता है।

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